@ 2015 बस यादेँ सिर्फ यादेँ.............
आज कुछ माँगना है तुमसे,
आज कुछ लेना है तुमसे,
आज कुछ देना है तुमको,
आज कुछ कहना है तुमको,
ना ही कोई खाव्हिश, तमन्ना ना आरजू,
बस एक ही चाह है अपनी एक ही जुस्तजु,
हम माँगते है तुमसे तेरे गम ओ दर्द वो सारे जो रूला गये है,
तेरी नींदे उडा गये है,
हम है शरीके गम तेरे पहचान तो सही,
हम भी है साथ तेरे तू जान तो सही,
कर बोझ अपने दिल का हल्का हमे बता दे,
ये फिकर ये उदासी क्यो है जरा सुना दे,
लाये है हम बहारे तेरे ही वास्ते,
ये रंग ये खुशबू तेरे ही वास्ते,
आज कुछ माँगते है तुमसे,
आज कुछ माँगना है तुमसे............
**** नितिश श्रीवास्तव ****
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