@ 2013 बस यादें सिर्फ यादें ...............
पहले से अब वो दिन है,
ना पहली सी रात है,
शायद हमारे बीच कहीं कोई बात है,
क्या बात है,
जो अब तू हमे देखता नहीं,
किस हाल मे है कैसे है,
कुछ पूछता नहीं,
लगता है कोई और तेरे आस पास है,
शायद हमारे बीच कहीं कोई बात है,
जाने कहाँ से राह में ये मोड आ गया,
सीने में दबे पाव कोई और आ गया,
जबके हर एक कदम पे तूही मेरे साथ है,
शायद हमारे बीच कहीं कोई बात है.........
::::::::::::नितीश श्रीवास्तव :::::::::::::
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