“I'm already crazy. I'm a fearless person. I think it creeps up on you. I don't think it can be stopped. If my destiny is to lose my mind because of fame, then that's my destiny. But my passion still means more than anything.”
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Wednesday, 3 July 2013
अब के सावन में शरारत ये मेरे साथ हुई,
@ 2013 बस यादें सिर्फ यादें ...............
अब के सावन में शरारत ये मेरे साथ हुई,
मेरा घर छोड़ के कुल शहर में बरसात हुई.
आप मत पूछिये क्या हम पे सफर में गुजरी,
थे लुटेरों का जहां गाव, वहीं रात हुई.
ज़िंदगी भर तो हुई गुफ्तगू गैरों से मगर,
आज तक हमसे हमारी ना मुलाकात हुई.
हर गलत मोड पे टोका है किसी ने मुझको,
एक आवाज़ तेरी जब से मेरे साथ हुई.
मैने सोचा की मेरे देश की हालत क्या है,
एक कातिल से तभी मेरी मुलाकात हुई......................
::::::::::::नितीश श्रीवास्तव :::::::::::::
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बहुत उम्दा ग़ज़ल लिखी है आपने!
ReplyDeleteबधाई हो...!
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 04/07/2013 के चर्चा मंच पर है
ReplyDeleteकृपया पधारें
धन्यवाद
बहुत सुंदर गजल , शुभकामनाये
ReplyDeleteयहाँ भी पधारे
http://shoryamalik.blogspot.in/2013/07/blog-post_3.html
Nice one !!!
ReplyDeleteक्या बात है ...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर अभिव्यक्ति !
ReplyDeletelatest post मेरी माँ ने कहा !
latest post झुमझुम कर तू बरस जा बादल।।(बाल कविता )
बहुत सुन्दर ..कितना कुछ कह दिया ... शब्दों में.
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