@ 2013 बस यादें सिर्फ यादें ...............
पुरानी जीन्स और गिटार
मोहल्ले की वो छट और मेरे यार
वो रातों को जागना
सुबह घर जान कूद के दीवार
वो सिगरेट पीना गली में जाके
वो करना दांतों को घड़ी घड़ी सॉफ
पहुंचना कॉलेज हमेशा लेट
वो केहना सर का
"Get out from the class!"
वो बाहर जाके हमेशा केहना
यहाँ का सिस्टम ही है खराब
वो जाके कॅंटीन में टेबल बजाके
वो गाने गाना यारों के साथ
बस यादें यादें यादें रेह जाती हैं
कुछ छोटी छोटी बातें रेह जाती हैं
वो पापा का डाँटना
वो केहना मम्मी का छोड़ें जी आप
तुम्हें तो बस नज़र आता हैं
जहां में बेटा मेरा ही खराब
वो दिल में सोचना कर के कुछ दिखा दें
वो करना प्लॅनिंग रोज़ नयी यार
लड़कपन का वो पेहला प्यार
वो लिखना हाथों पे A + R
वो खिड़की से झाँकना
वो लिखना लेटर उन्हें बार बार
वो देना तोहफे में सोने की बालियाँ
वो लेना दोस्तों से पैसे उधार
बस यादें यादें यादें रेह जाती हैं
कुछ छोटी छोटी बातें रेह जाती हैं
ऐसा यादों का मौसम चला
भूलता ही नहीं दिल मेरा
कहाँ मेरी जीन्स और गिटार
मोहल्ले की वो छट और मेरे यार
वो रातों को जागना
सुबह घर जान कूद के दीवार
पुरानी जीन्स और गिटार
बस यादें यादें यादें रेह जाती हैं....................
::::::::::::नितीश श्रीवास्तव :::::::::::::
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